श्री अन्न के उत्पादन तकनीक पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य हैं। - किसानों में मिल्लेट्स के प्रति जागरूकता बढ़ाना। - बिहार में मिल्लेट्स का रकबा और उत्पादन बढ़ाना। - किसानों का आर्थिक सुदृढीकरण करना।

Feb 28, 2025 - 22:57
Feb 28, 2025 - 22:58
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श्री अन्न के उत्पादन तकनीक पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ।

श्री अन्न के उत्पादन तकनीक पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ।

रामजी कुमार।

समस्तीपुर। पोषक अनाज मूल्य श्रृंखला उत्कृष्टता केंद्र, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा समस्तीपुर द्वारा किसानों के लिए तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल उद्देश्य किसानों को मिल्लेट्स के 'बीज से विपणन' तक की संपूर्ण तकनीकी जानकारी से रू-ब-रू कराना है। जिससे किसानों में मिल्लेट्स के प्रति जागरूकता बडे और बिहार में इनका रकबा और उत्पादन में वृद्धि हो एवं किसानों का आर्थिक सुदृढीकरण संभव हो सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम 28.02.2025 से प्रारंभ होकर 02.03.25 तक चलेगा। इस कार्यक्रम में सिवान जिला के कुल पैंतीस किसान भाग ले रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन, बतौर मुख्य अतिथि, डॉ. एस के चौधरी, विभागाध्यक्ष, सस्य विज्ञान विभाग ने किया। उद्घाटन भाषण के दौरान डॉ. चौधरी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को जलवायु सहिष्णुता एवं पौष्टिकता को ध्यान में रखते हुए मिल्लेट्स की खेती पर जोर देने की आवश्यकता है। पोषक अनाज मूल्य श्रृंखला उत्कृष्टता केंद्र के प्रधान अन्वेषिका डॉ. श्वेता मिश्रा ने देश और दुनिया में चल रहे मिल्लेट्स संवर्धन एवं किसानों की आर्थिक सुदृढीकरण में मिलेट्स के योगदान को रेखांकित किया। डॉ. मिश्रा ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए इस बात की संपूर्ण जानकारी साझा की कि यह केंद्र अपने गतिविधियों के माध्यम से किस रूप से बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना 'बिहार राज्य चतुर्थ कृषि रोड मैप' के उद्देश्यों की पूर्ति में अपना योगदान दे रहा है। इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षुओं को मुख्य रूप से मिल्लेट्स के वैज्ञानिक खेती' पर प्रशिक्षण दिया जाएगा साथ हीं, मिल्लेट्स से संबंधित अन्य आयामों पर भी जानकारी दी जाएगी, जैसे की मिल्लेट्स में यांत्रिकरण, मूल्य संवर्धन, एफ.पी.ओ. के माध्यम से मूल्य श्रृंखला का निर्माण, इत्यादि । गौरतलब हो कि यह प्रशिक्षण सिर्फ अकादमिक न होकर व्यवहारिक भी होगा जिसमें किसानों को मिल्लेट्स प्रक्षेत्र, मिल्लेट्स प्रसंस्करण इकाई, इत्यादि का भ्रमण कराया जाएगा एवं मिल्लेट्स के उत्पाद बनाने का प्रायोगिक गुर भी सिखाया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के पाठ्यक्रम की रूप रेखा को डॉ. कौशल किशोर ने तैयार किया है जो पोषक अनाज मूल्य श्रृंखला उत्कृष्टता केंद्र में सह-अन्वेषक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कार्यक्रम का मंचन डॉ. ऋतम्भरा सिंह, सह-अन्वेषिका, पोषक अनाज मूल्य श्रृंखला उत्कृष्टता केंद्र ने किया। उक्त अवसर पर पोषक अनाज मूल्य श्रृंखला उत्कृष्टता केंद्र से सम्बद्ध सभी वैज्ञानिक, कर्मचारी, जे. आर. एफ., एस. आर. एफ., यंग प्रोफेशनल्स एवं अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

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Ramjee Kumar Mr. Ramjee Kumar S/O- Madan Kumar Niraj, AT+PO- Malikaur, Via- Dighara, Thna- Pusa, Samastipur- 848115 ramjeemalikaur@gmail.com Mobile Number-9525909590