सीतामढी :- भगवान भास्कर की भक्ति में सराबोर हुआ जिला, चारों तरफ गूंजे छठी मइया के गीत

सागर कुमार, चम्पारण टुडे "" सीतामढ़ी ब्यूरो ""
सीतामढ़ी :- लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर सीतामढ़ी सहित पूरा जिला भगवान भास्कर की भक्ति में सराबोर हो गया है। चार दिवसीय इस अनुष्ठान के दूसरे दिन शनिवार की शाम छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर की आराधना की और खरना किया। खरना के साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास प्रारंभ हो गया। रविवार की शाम छठव्रती नदी के तट और विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर
अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। जिला प्रशासन ने व्रतियों के लिए कई घाटों और तालाबों में भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए बेहतर व्यवस्था की है। सभी घाटों की निगरानी के लिए सीसीटीवी और वीडियोग्राफी के इंतजाम किए गए हैं।
छठ पर्व को लेकर पूरा जिला भक्तिमय हो गया है। मुहल्लों से लेकर गंगा तटों तक यानी पूरे इलाके में छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंज रहे हैं। सभी सड़कें पूरी तरह सज गई हैं। घाटों में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। मुख्य सड़कों से लेकर गलियों तक की सफाई की गई है। आम से लेकर खास वर्ग के लोग सड़कों की सफाई में व्यस्त है।
हर कोई छठ पर्व में हाथ बंटाना चाह रहा है। कई पूजा समितियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर भगवान भास्कर की मूर्ति स्थापित की गई है।
कई स्थानों पर तोरण द्वारा लगाए गए हैं। लाइटिंग की व्यवस्था की गई है। सभी घाटों की निगरानी के लिए सीसीटीवी और वीडियोग्राफी के इंतजाम किए गए हैं।
खतरनाक घाटों पर लाल कपड़ा लगाया गया है तथा ''खतरा'' के बोर्ड लगाए गए हैं। किसी भी घटना की आशंका को लेकर भी इन घाटों पर पुलिस की तैनाती की गई है। सीतामढ़ी की जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा व एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि नदी व पूजा घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारियों व पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। नदी में नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है तथा छठ घाटों पर पटाखा छोड़ने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है