हिन्दुस्तान दीवानों का देश है ♥
हिन्दुस्तान कहिये, भारत कहिये या जिस भी नाम से पुकार लीजिए। अपने देश की छटा ही निराली है तो इस कविता को पढ़िए और आनंद लीजिए।

खुशबू फैलाते तरानों का देश है। हिन्दुस्तान दीवानों का देश है ॥ किसी ने शासन किया, किसी ने दिल जीता। समन्दर सा फैला यह यारानों का देश है ॥ अनेकता में एकता का विस्तार है यहाँ। यह वेदों और पुराणों का देश है ॥ कहीं पहाड़, कहीं पठार, कहीं जंगल हैं। महकती हवाओं और खेत खलिहानों का देश है ॥ हिमालय से उतरती हुई नदियाँ यहाँ माँ कहलाती हैं। गंगा,गोदावरी और सतलुज के मुहानों का देश है ॥. इस वतन को सींचा है बहुतों ने अपने खून और पसीने से। यह मेहनतकश मजदूरों और किसानों का देश है ॥ जब-जब किसी कातिल की नजर नापाक हुई है इधर। वतन पर मिटने को तैयार वीर जवानों का देश है ॥
हिन्दुस्तान दीवानों का देश है ♥
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