कोरोना से बचाव में कोल्ड चेन हैण्डलरों ने भी निभायी अहम भूमिका।

कोरोना से बचाव में कोल्ड चेन हैण्डलरों ने भी निभायी अहम भूमिका
- ई-विन तकनीकी का किया जाता है उपयोग
- कोल्ड चेन प्वांइटों के माध्यम से सुनिश्चित की जाती है टीके की आपूर्त्ति
सहरसा, 12 फरवरी। जिले में कोविड- 19 टीकाकरण अपने विभिन्न पड़ावों से गुजरता हुआ अब 15 से 18 वर्ष के किशोर एवं किशोरियों के टीकाकरण तक पहुँच चुका है। ऐसे में सभी पात्र लाभुकों तक गुणवत्तापूर्ण वैक्सीन उपलब्ध हो सके इसके लिए कोल्ड चेन हैण्डलरों की भूमिका काफी अहम हो जाती है। वैक्सीन की समुचित रख-रखाव एवं वितरण के लिए जिले में 11 कोल्ड चेन प्वांइट स्थापित किये गये हैं। इन प्वांटों पर कोविड- 19 वैक्सीन को उचित तापक्रम पर रखा जाता है। ताकि लोगों को दिये जाने तक इन वैक्सीनों की गुणवत्ता बरकरार रहने पाये।
ई-विन तकनीकी का किया जाता है उपयोग-
स्वास्थ्य क्षेत्र में क्षमता विकास के लिए समर्पित वैश्विक संगठन यूएनडीपी (यूनाईटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम) के वीसीसीएम (वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर) मो मुमताज खालिद ने बताया कोरोना रोधी वैक्सीन कोविशील्ड को भी अन्य वैक्सीनों की तरह उनके निर्धारित तापमान प्लस 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर रखा जाता है। जिससे वैक्सीन की गुणवत्ता बरकरार रह सके। कोरोना के दौरान स्वदेशी कोरोना रोधी टीके के विकास, उत्पादन, भंडारण एवं प्रबंधन एक बहुत बड़ी चुनैती बनकर सामने उभरी। खासकर भारत जैसे विशाल देश में जहां एक बहुत बड़ी आबादी रहती है। सभी को कोरोना से बचाव के टीके का विकास तो कर लिया गया किन्तु इतने बड़े पैमाने पर वैक्सीन का उत्पादन बिना उचित प्रबंधन संभव नहीं था। ऐसे में ई-विन (इलेक्ट्राॅनिक वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क) तकनीकी का उपयोग कोरोना रोधी टीके के उचित तापमान पर भंडारण एवं वितरण के लिए किया गया। इस तकनीकी से दुनिया के किसी भी कोने में भंडारित किये गये वैक्सीन की स्थिति और तापक्रम को इंटरनेट के माध्यम से जानने में हम सफल हो पाये। इस तकनीक से जहां भंडारण एवं वितरण आसान हुआ वहीं वैक्सीन के सुरक्षित रखरखाव से उसके नष्ट होने खतरा नहीं रहा। यहीं कोल्ड चेन हैण्डलर्स की भूमिका सबसे अहम हो जाती है जो यह सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं कि लोगों को मिलने वाला कोरोना रोधी टीके की गुणवत्ता बनी रहे।
कोल्ड चेन प्वांइटों के माध्यम से सुनिश्चित की जाती है टीके की आपूर्त्ति-
यूएनडीपी के वीसीसीएम मो मुमताज खालिद ने बताया समय पर टीकाकरण सत्र स्थलों पर वैक्सीन उपलब्ध हो सके इसके लिए जिले में 11 कोल्ड चेन प्वांइट बनाये गये हैं। इसके साथ जिला वैक्सीन भंडार बनाया गया है। जहां से सभी कोल्ड चेन प्वांइट पर वैक्सीन की आपूत्ति सुनिश्चित की जाती है। वैक्सीन की उपयोगिता संबंधी जानकारी तापमान के अनुरूप रंग बदलने वाले वैक्सीन वायल माॅनिटर लेवल से आसानी से की जा सकती है। इस कार्य में लगी टीमें टीकाकरण आरंभ होने से घंटों पूर्व से इस काम में जुट जाते हैं। इस प्रकार कोविड- 19 वैक्सीनेशन के दौरान कोल्ड चेन हैण्डलर प्रत्येक दिन सुबह 6 बजे से पहले अपने काम को अंजाम देने में लग जाते हैं।
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