जाली नोट रैकेट का भंडाफोड़:- बिहार के कई जिलों में फैला नेटवर्क, नकेल कसने को चल रही कवायद

जाली नोट रैकेट का भंडाफोड़:- बिहार के कई जिलों में फैला नेटवर्क, नकेल कसने को चल रही कवायद
जाली नोट के साथ गिरफ्तार धंधेबाज

सागर कुमार,,सीतामढी

सीतामढी :- जाली नोटों के तस्करों का उत्तर बिहार के कई जिलों में नेटवर्क फैला है। उक्त बातों की जानकारी विशेष पुलिस टीम के हत्थे चढ़े जाली नोटों के धंधेबाजों से पुलिसिया पूछताछ में सामने आई है। पुलिस का कहना है कि मोतिहारी, बेतिया, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा व आसपास के जिलों में इन तस्करों सेफ जोन बन हुआ है। जिनके संपर्क में कई धंधेबाज गिरोह सक्रिय है। इन सभी पर नकेल कसने को पाशसनिक विशेष टीम गठित कर कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि रविवार को मोतीपुर हाइवे पर नौ लाख के जाली इंडियन करेंसी के साथ स्कार्पियों सवार छह तस्करों को चेकिंग के दौरान पकड़ा गया था। इसके पूछताछ में जली नोट लेने आ रहे गायघाट के दो धंधेबाजों को भी गिरफ्तार किया गया।

इसके बाद सभी से पूछताछ के बाद सीतामढ़ी के मेजरगंज में छापेमारी कर काफी संख्या में नेपाली नोट बरामद किए गए है। इन सभी से पूछताछ में जाली नोटों के तस्करी में शामिल और कई तस्करों के नाम व ठिकाने का पता चला है। जिस पर पुलिस की विशेष टीम विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। छापेमारी का नेतृत्व खुद एएसपी पश्चिमी सैयद इमरान मसूद कर रहे है। एएसपी पश्चिमी ने कहा कि जाली नोटों का बड़ा रैकेट है। कई जिलों में इसका जाल फैला है। जांच में पता चला कि इन सभी के नेपाल के अंतर्राष्ट्रीय तस्करों से संपर्क है। साथ ही यह भी पता चला है कि मोतिहारी के एक इलाके में नोटों की छपाई भी हो रही थी। हालांकि इन सभी बिंदुओं पर पुलिस की अभी जांच चल रही है। इसके लिए सभी का मोबाइल कॉल डिटेल्स को खंगाला जा रहा है। जिसके आधार पर रविवार की देर रात तक कई जगहों पर संयुक्त रूप से छापेमारी की गई। एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि जाली नोटों का धंधा करने वालों के विरुद्ध अभी कार्रवाई चल रही है।