सीतामढी :- ट्रेन में हुई अपराधिक घटना में बैरगनिया के दो यात्री घायल, एक रेफर

सागर कुमार, चम्पारण टुडे, (सीतामढ़ी ब्यूरो) सीतामढी :- अब ट्रेन से सफर करना अपराधिक मामलों में सुरक्षित नही रहा। इस तरह की एक मामला सीतामढ़ी - रक्सौल रेलखंड के रीगा रेलवे स्टेशन पर होने की सूचना मिली है। इस अपराधिक मामलों में जिले के बैरगनिया निवासी दो व्यक्ति को अपराधियों का कोपभाजन बनना पड़ा है। जिसे बैरागनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने इलाज कर गंभीर स्थिति को देखते हुए सीतामढ़ी सदर अस्पताल रेफर कर दिया है। ट्रेन में हुए अपाधिक मामले में बैरगनिया निवासी एक व्यक्ति की पहचान पूर्व प्रमुख पति भूषण बिहारी .......

सीतामढी :- ट्रेन में हुई अपराधिक घटना में बैरगनिया के दो यात्री घायल, एक रेफर

सागर कुमार, चम्पारण टुडे, (सीतामढ़ी ब्यूरो)

सीतामढी :- अब ट्रेन से सफर करना अपराधिक मामलों में सुरक्षित नही रहा। इस तरह की एक मामला सीतामढ़ी - रक्सौल रेलखंड के रीगा रेलवे स्टेशन पर होने की सूचना मिली है। इस अपराधिक मामलों में जिले के बैरगनिया निवासी दो व्यक्ति को अपराधियों का कोपभाजन बनना पड़ा है। जिसे बैरागनिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने इलाज कर गंभीर स्थिति को देखते हुए सीतामढ़ी सदर अस्पताल रेफर कर दिया है। ट्रेन में हुए अपाधिक मामले में बैरगनिया निवासी एक व्यक्ति की पहचान पूर्व प्रमुख पति भूषण बिहारी के रूप में हुआ है, वही दूसरा घायल व्यक्ति की पहचान बैरगनिया मुख्य मार्ग निवासी लक्ष्मी जायसवाल के पुत्र संतोष जायसवाल के रूप में की गई है। एक बातचीत के दौरान ट्रेन में हुए इस अपराधिक घटनाएं में घायल पूर्व प्रमुख पति भूषण बिहारी ने दूरभाष पर हुई बात चीत के दौरान उन्होंने बताया की बीते दिन यानी बुधवार को वे बाजार बंदी के दौरान मारपीट में घायल हो चुके थे। इलाज के लिए सीतामढ़ी भेजा गया था। इलाज करा कर सीतामढ़ी से ट्रेन संख्या 05207 से वापस घर जा रहे थे। गाड़ी जब रीगा रेलवे स्टेशन पर पहुंची, तभी 15 से 20 लोग बिना कुछ बोले अंधाधुंध लाठी-डंडे बरसाना शुरू कर दिया जिससे वे घायल हो गए है। पूर्व प्रमुख पति अपना इलाज अभी बैरगनिया सरकारी अस्पताल में कर रहे हैं। जबकि दूसरा घायल व्यक्ति संतोष जायसवाल को सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेज दिया गया है। वही दूरभाष पर ही दूसरे घायल संतोष जायसवाल को दूरभाष के लाइन पर लेने पर उनका साढू विनोद कुमार ने फोन को रिसीव किया। संतोष से बात कराने को कहे जाने पर उन्होंने बताया कि वे अभी बेहोश अवस्था में है। उन्होंने यह भी बताया की अपराधियों ने इनके हांथ में पहने सभी सोने की अंगूठी के साथ गले में पहने चैन भी निकल लिया है। घटनामें संतोष का नाक बुरी तरह जख्मी हो गया है, तथा हाथ भी तोड़ दिया है।

क्या कहते है रीगा स्टेशन अधीक्षक :- 

मामले को लेकर पूछे जाने पर रीगा स्टेशन अधीक्षक अजय कुमार ने इस तरह की किसी भी घटना से इंकार किया है। उन्होंने बताया की अगर इस तरह की घटना होती तो हल्ला गुल्ला होता, कोई यात्री भी आकर स्टेशन को सूचना देता, लेकिन इस तरह की कोई घटना अभी तक सामने नहीं आया है।

क्या कहते है आरपीएफ इंस्पेक्टर :-

मामले को लेकर पूछे जाने पर आरपीएफ कमांडर ओम प्रकाश ठाकुर ने बताया की इस तरह की अगर कोई बात होती तो रीगा स्टेशन अधीक्षक या कंट्रोल के माध्यम से जानकारी मिलती। जो अभी तक नही मिला है।

क्या कहते है जीआरपी थानाध्यक्ष :- 

मामले को लेकर इनसे भी पूछे जाने पर रेल थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बताया की अभी तक इस मामले से जुड़ा कोई भी बात ना तो कंट्रोल से नही रीगा स्टेशन से मिला है। लेकिन किसी द्वारा दूरभाष पर बात बताई है। हम उसी काम की तहकीकात में जुटे है।