बैरगनिया SHO की मौत महज संयोग या साजिश? थाना परिसर में पंखे से लटकी मिली लाश
चम्पारण टुडे (डेस्क) बिहार के सीतामढ़ी से एक सनसनीखेज मामला निकल कर सामने आया है। यहां बैरगनिया थाने के थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में थाना परिसर स्थित उनके आवास में ही मौत हो गई। पुलिसकर्मियों का कहना है कि शाम छह बजे के बाद से कमरे में वे थे। काफी देर हो गया था। गेट खटखटाया तो नहीं खोला गया। तब साढ़े नौ बजे गेट तोड़कर देखा गया तो वे गमछे से पंखे.......

# सीतामढ़ी जिले के बैरगनियां थानाध्यक्ष कुंदन कुमार का शव उनके सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला #
# यह हत्या है या आत्महत्या, जाँच में जुटी पुलिस #
चम्पारण टुडे (डेस्क)
बिहार के सीतामढ़ी से एक सनसनीखेज मामला निकल कर सामने आया है। यहां बैरगनिया थाने के थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में थाना परिसर स्थित उनके आवास में ही मौत हो गई। पुलिसकर्मियों का कहना है कि शाम छह बजे के बाद से कमरे में वे थे। काफी देर हो गया था। गेट खटखटाया तो नहीं खोला गया। तब साढ़े नौ बजे गेट तोड़कर देखा गया तो वे गमछे से पंखे से फंदे से लटके हुए थे।
सीतामढ़ी जिलान्तर्गत बैरगनिया थाने के थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर श्री कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में थाना परिसर स्थित उनके आवास में ही मौत हो गई। देखने से ऐसा लगता है कि उन्होंने आत्महत्या कर ली हो। मगर जिन परिस्थितियों में उनका शव बरामद हुआ है, उससे पूरा मामला संदिग्ध भी लगता है। वे 2009 बैच के दारोगा थे।
बताया जा रहा है कि, दारोगा श्री कुमार पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल अंतर्गत विक्रम थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। संपत चक पटना में उनकी शादी हुई थी। एक बेटा व एक बेटी है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि वे शाम छह बजे के बाद से कमरे में थे। काफी देर हो गया था। गेट खटखटाया तो नहीं खोला गया। तब साढ़े नौ बजे गेट तोड़कर देखा गया तो वे गमछे से पंखे से फंदे से लटके हुए थे।
इधर कई तरह के कयास लगाए जा रहें हैं। उनको मारकर किसी ने गमछे से खड़ा कर दिया, ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा है। थानाध्यक्ष की आत्महत्या की खबर जिले में जंगल में आग की तरह फैल गई। थानाध्यक्ष का इस तरह आत्महत्या करना कई मायनो में गले नहीं उतर रहा है।
एसपी मनेाज कुमार तिवारी, एसडीपीओ सदर राम कृष्णा समेत तमाम पुलिस अधिकारी बैरगनिया थाने पहुंच कर जाँच में जुटे हैं। हालांकि, जिस अवस्था में उनकी मृत्यु हुई है, उससे मामला संदिग्ध भी लगता है। क्योंकि गले में गमछा लपेटा हुआ दिखाई पड़ता है और दोनों पांव जमीन से अच्छी तरह टिका हुआ है। बगल में कुर्सी रखी हुई है।
फिर भी इस मुद्दे पर कुछ कहना जल्दीबाजी होगी। सभी बाते पोस्टमार्टम रिपोर्ट व पुलिस जाँच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा।