पूर्वी चम्पारण : टीचर बनना चाहती थी, दूल्हा भी टीचर ढूंढा, मिली मौत, पति ने ही खरीदकर दिया जहर, बोला - पैसा गाड़ी लाना या जहर खाकर मर जाना

....... टीचर बनने का शौक था। वो बन भी गई। नेहा वैवाहिक जीवन में भी खुश रहे, इसलिए शिक्षक लड़के से शादी भी करवाई। लेकिन, दहेज की डिमांड को लेकर नेहा को काफी प्रताड़ित किया गया, जिससे उसने मर जाना ठीक समझा। घर से आखिरी बार जाते समय उसने दादी को कहा था कि अब मेरा मरा मुंह ही .........

Jun 25, 2024 - 17:24
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पूर्वी चम्पारण : टीचर बनना चाहती थी, दूल्हा भी टीचर ढूंढा, मिली मौत, पति ने ही खरीदकर दिया जहर, बोला - पैसा गाड़ी लाना या जहर खाकर मर जाना

मोतिहारी

नेहा को टीचर बनने का शौक था। वो बन भी गई। नेहा वैवाहिक जीवन में भी खुश रहे, इसलिए शिक्षक लड़के से शादी भी करवाई। लेकिन, दहेज की डिमांड को लेकर नेहा को काफी प्रताड़ित किया गया, जिससे उसने मर जाना ठीक समझा। घर से आखिरी बार जाते समय उसने दादी को कहा था कि अब मेरा मरा मुंह ही देखना। इस दर्द को बयां करते हुए BPSC टीचर नेहा गुप्ता (मृतका) के पिता रो पड़ते हैं।नेहा की बुआ ने बताया कि नेहा को अस्पताल ले जाते समय पूछा था, तुम्हें जहर कहां से मिला। उसने बताया था कि पति ने ही खरीद कर पर्स में रख दिया था। कहा था कि अगर पैसे और गाड़ी लेकर नहीं आओगी तो इसे खाकर मर जाना।वहीं, दादी ने कहा- नेहा ने बताया था कि स्कूल में किसी शिक्षक से बात कर लेती हूं तो पति गाली देता है। मारपीट भी करता है।

 20 लाख और स्कॉर्पियो मांग रहे थे

 दरअसल, मोतिहारी में ससुराल वालों के टॉर्चर से तंग आकर 22 जून को BPSC टीचर नेहा गुप्ता (25) ने अपने मायके में आत्महत्या कर ली। मायके वालों का कहना है कि पति और ससुराल वाले 20 लाख रुपए और एक स्कॉर्पियो मांग रहे थे। पति का कहना था कि मेरे भाई को दहेज में काफी कुछ मिला है। इसलिए मुझे भी मिलना चाहिए। नेहा दरभंगा में ड्यूटी करती थी।नेहा की शादी दो साल पहले शिवहर जिले के तरियानी थाना क्षेत्र के बेलहिया में आशुतोष कुमार से हुई थी। आशुतोष भी शिक्षक है। वो मुजफ्फरपुर में कार्यरत है। नेहा के परिजनों ने SKMCH ओपी पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए शिकायत की है।मायके वालों का कहना है कि मौत की जानकारी ससुराल वालों को दी गई, फिर भी वे लोग नहीं आए। SKMCH ओपी प्रभारी डॉ. ललन कुमार पासवान ने बताया कि शिकायत मिली है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी नेहा

नेहा के मायके पहुंची और परिजनों से बात की। नेहा के पिता राजकुमार गुप्ता जनरल स्टोर चलाते हैं। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है। राजकुमार गुप्ता बताते हैं कि नेहा सबसे बड़ी थी। उसे गांव से दूर रखकर पढ़ाया। वो शुरू से बच्चों को पढ़ाया करती थी। उसे टीचर बनने का शौक था। आशुतोष के पिता, भाई और मां सभी टीचर हैं। इसलिए उस घर में बेटी की शादी की थी।राजकुमार के अनुसार, 22 अप्रैल 2022 को नेहा की आशुतोष के साथ शादी की। शादी के बाद नेहा भी बीपीएससी टीचर बन गई। शादी के एक साल तक सब कुछ ठीक चला। आशुतोष के छोटे भाई आशीष की शादी हुई तो उसे दहेज में अच्छा खासा सामान और पैसा मिला। इसके बाद से आशुतोष का व्यवहार बदल गया और वो नेहा को टॉर्चर करने लगा।आशुतोष कहता था मैं भी शिक्षक हूं, मेरा भाई भी शिक्षक है। उसे इतना ज्यादा दहेज मिला है और मुझे क्या मिला। तुम अपने पापा से 20 लाख रुपए और एक चार चक्का गाड़ी लेकर आओ। मेरी बेटी कहती थी कि अब मैं भी टीचर बन गई हूं। धीरे-धीरे सब हो जाएगा। लेकिन, उसके ससुराल वाले एक बात नहीं माने।राजकुमार गुप्ता ने बताया कि 10 दिसंबर 2023 को ससुराल वालों ने दहेज के लिए नेहा की बुरी तरह पिटाई कर दी। इसके बाद आशुतोष की मां ने फोनकर बताया कि अपनी बेटी को ले जाओ। इसके बाद से नेहा ससुराल नहीं जाना चाहती थी। उसे इतना प्रताड़ित किया गया था कि वो ससुराल जाने के नाम पर रोने लगती थी। नेहा की ड्यूटी दरभंगा में थी। आशुतोष वहां भी जाकर उसे परेशान करता था।

पंचायत के बाद विदा होकर ससुराल गई

राजकुमार गुप्ता ने बताया कि 17 जून को पंचायत की बैठक हुई। इस बैठक में एक बॉन्ड पेपर पर कभी मारपीट या प्रताड़ित नहीं करने की बात लिखी गई थी। इस बॉन्ड पेपर पर साइन किया, फिर नेहा की विदाई की गई। लेकिन, नेहा ससुराल नहीं जाना चाहती थी। ससुराल जाते समय उसने रोते हुए दादी से कहा था कि अब तुम लोग मेरा मरा मुंह ही देखना।नेहा की मां किरण देवी ने कहा- 21 जून को घर में पूजा थी। नेहा को आने के लिए फोन किया, लेकिन उससे बात नहीं हो सकी। अगले दिन नेहा ने फोन किया और कहा- यहां से सुबह 6 बजे तक आकर ले जाओ। इसके बाद चाचा संजय कुमार उसके ससुराल पहुंचे। घर पर केवल उसकी सास थी। उसने ठीक से बात भी नहीं की। हालांकि, वो नेहा को लेकर यहां आ गए।नेहा की मां ने कहा- 22 जून को करीब तीन बजे आशुतोष से उसकी फोन पर बात हुई। दोनों के बीच क्या बातें हुई कि वो रोने लगी। रात में खाना खाने के लिए कहने गई तो वो कुछ नहीं बोली। केवल रो रही थी।कुछ देर बाद अचानक से अपने रूम को बंद कर लिया। छोटी बहन ने अपने पापा को बताया, तब वो गेट तोड़ कर कमरे में घुसे। नेहा उल्टी कर रही थी। उसे तुरंत मुजफ्फरपुर स्थित हॉस्पिटल लेकर भागे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।मृतका की दादी कृष्णा देवी कहती है- वो मुझे सब कुछ बताती थी। वो कहती थी कि आशुतोष बहुत मारता है। हम वहां नहीं जाएंगे। नेहा कहती थी कि मैं दूसरी शादी भी नहीं करूंगी और ना ही मरूंगी। नौकरी करती हूं। अनाथ आश्रम से एक बच्चा लेकर उसे पालूंगी। उसी के सहारे जिंदगी काट लूंगी।

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