घोड़ासहन : नोमेंस लैंड के करीब छापेमारी में तस्करी के लाखों का सामान हुआ जब्त
गुप्त सुचना के आधार पर घोड़ासहन सीमा शुल्क विभाग, झरौखर पुलिस व एसएसबी के द्वारा खरसलवा गांव में की गयी संयुक्त छापामारी में लाखों रूपये मूल्य के तस्करी के सामान जप्त किये गए हैं। उक्त कार्रवाई खरसलवा प्राथमिक विद्यालय के पीछे भारत-नेपाल सीमा रेखा से बिलकुल सटे बनाए गए एक मुर्गी फार्म से की गयी। बताया जाता है कि यह स्थान नो मेंस लैंड से सटा............

पूर्वी चम्पारण, बिहार। गुप्त सुचना के आधार पर घोड़ासहन सीमा शुल्क विभाग, झरौखर पुलिस व एसएसबी के द्वारा खरसलवा गांव में की गयी संयुक्त छापामारी में लाखों रूपये मूल्य के तस्करी के सामान जप्त किये गए हैं। उक्त कार्रवाई खरसलवा प्राथमिक विद्यालय के पीछे भारत-नेपाल सीमा रेखा से बिलकुल सटे बनाए गए एक मुर्गी फार्म से की गयी।
बताया जाता है कि यह स्थान नो मेंस लैंड से सटा हुआ है तथा दिखाने के लिए मुर्गी फार्म है, जबकि इस स्थान का प्रयोग भारत व नेपाल के बीच तस्करी के सामानों को छुपा कर रखने के लिए किया जा रहा था। थानाध्यक्ष शशिभूषण शर्मा ने बताया कि मुर्गी फार्म रविन्द्र प्रसाद कुशवाहा की बतायी गयी है। फिलहाल इस मुर्गी फार्म से बड़े पैमाने पर कपड़े, कम्बल, चावल, सरसो तेल के डब्बे, मैदा, गेहूं के बीज, जूता-चप्पल व हार्डवेयर सामान जब्त किये गये हैं।
ग्रामीणों के अनुसार दिन के उजाले में दोनों देशों से तस्करी के सामानों को लाकर इस मुर्गी फार्म में जमा रखा जाता है तथा रात के अंधेरे में उसे सीमा पार पहुंचा दिया जाता है। हालांकि यह अवैध कारोबार बर्षो से बदस्तूर चलने की बात बतायी जा रही है। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की नजर में अब आना लोगो के गले नहीं उतर रहा है। इसके पहले भी कई लोगो द्वारा नो मेंस लैंड पर घर बनने व तस्करी की बात संज्ञान में लाया गया था। कई बार इन सुरक्षा एजेंसियों को उक्त स्थान के आस पास गस्त के साथ बिश्राम करते देखे जाने की बात भी कही जा रही है।
इसमें अब तक किसी के गिरफ़्तारी की बात सामने नहीं आया है। सामान अधिक होने के कारण बहरहाल कस्टम अधिकारियों के द्वारा जब्त सामानों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। वही इसमें संलिप्त लोगों को चिन्हित कर अग्रतर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
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