घोड़ासहन : रेलवे ढाला अवस्थित एक आवासीय मकान में लगी आग की घटना में तीन की गयी जान, दो की हालत चिंताजनक

पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन के पुरनहिया स्टेट बैंक के निकट सुबह करीब छः बजे एक घर में लगी से घर के सदस्यों में तीन की जान चली गयी। वहीं दो के झुलसने से हालत काफी चिंता जनक बनी हुई है। गंभीर स्थिति में दोनों को मोतिहारी रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि उक्त घर घोड़ासहन के महदेवा गांव निवासी सु्वोध कुमार पड़ित का है। आग लगने का स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं चला है। लेकिन शार्ट सर्किट से .............

घोड़ासहन : रेलवे ढाला अवस्थित एक आवासीय मकान में लगी आग की घटना में तीन की गयी जान, दो की हालत चिंताजनक

पूर्वी चम्पारण, बिहार। पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन के पुरनहिया स्टेट बैंक के निकट सुबह करीब छः बजे एक घर में लगी से घर के सदस्यों में तीन की जान चली गयी। वहीं दो के झुलसने से हालत काफी चिंता जनक बनी हुई है। गंभीर स्थिति में दोनों को मोतिहारी रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि उक्त घर घोड़ासहन के महदेवा गांव निवासी सु्वोध कुमार पड़ित का है। आग लगने का स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं चला है। लेकिन शार्ट सर्किट से आग लगने का अनुमान लगाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार घर के सभी सदस्य काठमांडू जाने के लिए रात ही महादेवा से यहाँ शिफ्ट हुए थे। रात में खाना पीना खा कर सो रहे थे। तभी सुबह अचानक शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग तेजी से पुरे घर में फैल गई। घर के सभी सदस्य को घर से बाहर निकालने का प्रयास किया गया। लेकिन आग काफी फ़ैल चूका था। मौके पर पहुंची अग्निशमन दस्ता ने काफी मशक्कत के बाद आगपर काबू पाया। लोगों के सहयोग से सभी झुलसे सदस्यों को घर से बाहर निकाला गया। काफी चिंता जनक स्थिति में सभी को घोड़ासहन स्वास्थ्य केन्द्र पर पैदल बाइक टेम्पु और बाद में एम्बुलेंस से लाया गया। लेकिन स्वास्थ्य केन्द्र पर न तो कोई डॉक्टर और नहीं कोई स्वास्थ्य कर्मी उपलब्ध थे। घायलों को फर्श पर ही लिटा डाक्टर का इंतजार होने लगा। अंततः ईलाज के अभाव में तीन घायलों ने तड़प तड़प कर जान दे दी। इस घटना में स्थानीय थाना पुलिस और अग्निशमन दस्ता ने अहम भूमिका निभाने का काम किया। मृतक में रौशन पड़ित, कविता देवी और शालू कुमारी तथा घायलों में सुबोध पड़ित और सुभावती देवी का नाम शामिल है। घटना के बाद अस्पताल पहुंचे अंचलाधिकारी को लोगों के काफी विरोध के बाद वापस लौटना पड़ा। स्वास्थ्य कर्मी के रवैया से स्थानीय लोगों में काफी रोश व्याप्त है।