मोतिहारी : विविधता में एकता ही हमारे देश की पहचान : एस.एस.बी. कमांडेंट

एस.एस.बी. कैंप पिपराकोठी 71 वीं बटालियन में मंगलवार को कार्यवाहक कमांडेंट विश्वजीत तिवारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष्य पर वाहिनीं के द्वारा सीमावर्ती चौकियों के कार्यक्षेत्रों में राष्ट्रीय एकता से जुड़े तरह तरह के कार्यक्रम कराए गए। वही वाहिनीं मुख्यालय पिपराकोठी में भी रन फॉर यूनिटी, मार्च पास्ट और राष्ट्रीय एकता शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन.........

मोतिहारी : विविधता में एकता ही हमारे देश की पहचान : एस.एस.बी. कमांडेंट
मोतिहारी : विविधता में एकता ही हमारे देश की पहचान : एस.एस.बी. कमांडेंट

पूर्वी चम्पारण, बिहार। एस.एस.बी. कैंप पिपराकोठी 71 वीं बटालियन में मंगलवार को कार्यवाहक कमांडेंट विश्वजीत तिवारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष्य पर वाहिनीं के द्वारा सीमावर्ती चौकियों के कार्यक्षेत्रों में राष्ट्रीय एकता से जुड़े तरह तरह के कार्यक्रम कराए गए। वही वाहिनीं मुख्यालय पिपराकोठी में भी रन फॉर यूनिटी, मार्च पास्ट और राष्ट्रीय एकता शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के दौरान कार्यवाहक कमांडेंट श्री तिवारी ने बताया कि भारत आजादी के समय लगभग 550 से भी ज्यादा छोटे-छोटे रियासतों में बँटा हुआ था और सभी रियासतें अपने को ताकतवर दिखाने में तुरंत ही एक दुसरे से अलग हो जाते थे। तब भारत के लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल ने उन सभी को राष्ट्रीय एकता के महत्व के बारे में बताते हुए सभी रियासतों को एक माला में पिरोने का काम किया और उन्ही के अथक प्रयास के कारण “विविधता में एकता” हमारे देश की पहचान बनना संभंव हो पाया। उन्होंने यह भी बताया था कि राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए सभी धर्म, जाति या संप्रदाय से संबंध रखने वाला व्यक्ति पहले भारतीय है और सभी एक होकर ही भारत वर्ष को एक मजबूत राष्ट्र बना सकते हैं।

सरदार वल्लभ भाई पटेल के द्वारा देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए उनके द्वारा दिए गए योगदान को अविस्मरणीय बनाने के लिए हर वर्ष उनके जन्मदिवस के अवसर पर 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता हैं।

कार्यक्रम के दौरान उप- कमांडेंट उपेन्द्र सिंह डांगी, अंसल श्रीवास्तव, गोपाल चकमा, सहा. कमांडेंट भाग सिंह, वाहिनीं चिकित्सक डॉ. राहुल राय, इंस्पेक्टर रतनसी अहीर, विनीत कुमार, उप-निरीक्षक शशि भूषण प्रसाद, नीरज राठोर, मुख्य आरक्षी खुशप्रीत, प्रदीप, सुजीत, संयम और बड़ी संख्या में वाहिनीं के बलकर्मी मौजूद थे।