सीतामढी :- बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वाभिमान के लिए बिहार पुलिस संकल्पित : डीएसपी सुचित्रा

सीतामढी :- बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वाभिमान के लिए बिहार पुलिस संकल्पित : डीएसपी सुचित्रा

-- बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए करें प्रोत्साहित 

सागर कुमार, चम्पारण टुडे (सीतामढ़ी ब्यूरो)

सीतामदी :-- राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रशिक्षु डीएसपी सुचित्रा कुमारी ने कहा कि बिहार पुलिस बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वाभिमान के लिए दृढ़संकल्पित है। डीएसपी सुचित्रा ने बालिका दिवस पर समाज के लोगों से अपनी बेटी, बहन एवं पड़ोस की बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करने का संकल्प लेने का आह्वान किसा। उन्होंने बिना किसी भेदभाव किये बालिकाओं को भी उच्च शिक्षा व समान अवसर देने की वकालत की। उन्होंने कहा कि अब समाज में जागरूकता आई है। लड़िकयां भी विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। सरकार द्वारा बालिकाओं के उत्थान एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है, तथा नौकरी में महिला को आरक्षण दिया गया है।

डीएसपी सुचित्रा ने कहा कि बालिका दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश की बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना, समाज में उनके विकास के लिए समान अवसर और सम्मान दिलाने के साथ बालिकाओं के साथ होने वाले भेदभाव को समाप्त करना है। यह दिन बालिकाओं के शिक्षा, स्वास्थ्य, देखभाल एवं पोषण में समान अवसर की वकालत करता है। इसके पीछे महत्वपूर्ण मकसद लड़का और लड़की के भेदभाव को समाप्त करना है।

डीएसपी सुचित्रा ने कहा कि भारत में 2008 से महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाये जाने की शुरुआत की गई। स्व इंदिरा गांधी 24 जनवरी 1966 में देश की महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। वह दिन महिला सशक्तिकरण की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव था। इसलिए 24 जनवरी को बालिका दिवस के रूप में चुना गया। 

डीएसपी सुचित्रा ने कहा कि अब समाज में बदलाव आया है। लड़कियां भी अब पीछे नही हैं। विभिन्न क्षेत्रों में नाम रौशन कर रही है। पुरूष प्रधान माने जाने वाले पुलिस सर्विस में भी वह महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं।