सीतामढी :- बैंड बाजे के साथ शहर के बीचों बीच होकर निकली देव आदिदेव मादेव की बारात।

सागर कुमार ,,सीतामढी,,
सीतामढी :- बैंड बाजे के साथ शहर के बीचों बीच होकर निकली देव आदिदेव मादेव की बारात। देवी-देवता राक्षश, भूत-प्रेत व बैताल बने बराती, फूलों की हुई बारिश। पूरा शहर भक्ति मय बाना रहा। स्थानीय श्रद्धालुओं में महिला व पुरुष के साथ बच्चो भी बरती के साथ चलते रहे। जगह जगह तोरण द्वार लगाए गए थे। चारो तरफ एक ही नाम हर हर महादेव की गूंज उठ रही थी। स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह शीतल जल की विशेष व्यवस्था किया गया था। देव आदि देव की बरती जिस चौक चौराहों के होकर गुजरती थी श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प ब फूल की बारिश किया जाता रहा। यही स्थिति कामों देश जिले के प्रमुख बाजार व प्रखंड मुख्यालयों में होने की सूचना मिलती रही। बतादें भारत -नेपाल सीमा पर अवस्थित बाबा वाल्मीकेश्वर नाथ धाम से शिव सेवा समिति के नेतृत्व गुरुवार को भगवान शंकर व मां गौरी की विवाहोत्सव के रंग में रंगी रही। इस अवसर पर बैंड बाजा के साथ शिवजी की बारात निकली। भक्ति गीतों के साथ निकली शिवजी की बारात के मनोहारी छंटा से इलाका भक्तिमय बना रहा
। बाबा वाल्मीकेश्वर नाथ धाम मंदिर से निकली यह बारात इट भट्ठा, जनता नेत्र चिकित्सालय, रहमस्थान, बुढ़वा पोखर,दास टोला, श्रीराम चौक, अशोक चौक, माई स्थान, ब्लॉक रोड, काली मंदिर,डॉ0 भीमराव अंबेडकर टावर, सिनेमा रोड, मुख्य बाजार होते हुए राजा शैलेश स्थान, मन्सरी टोल एसएसबी कम्प होते हुए बाबा वाल्मीकेश्वर नाथ धाम मंदिर लौट गई। अहले सुबह से ही बाबा वाल्मीकेश्वर नाथ धाम मंदिर से दशको पुरानी परंपरा का निर्वहन करते शिवजी की निकली भूत, बेताल व देवताओं के साथ शोभा यात्रा निकाली गई। बाबा भोले शंकर की बारात की विशाल झांकी के स्वागत में शहर के लोग आस्था के साथ भक्ति के रंग में रंगे रहे। बारात में सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा, सृष्टि पालक भगवान विष्णु, रावत पर सवार देवराज इंद्र धर्मराज के साथ सब के कर्मों का हिसाब किताब देखते भगवान चित्रगुप्त, महर्षि नारद, भूत प्रेत के साथ भैंस पर सवार यमराज व नन्दी पर सवार सृष्टि के संघारक महादेव के स्वरूपों से अभिभूत भक्तों ने हर-हर महादेव के उद्घोष से अपनी आस्था प्रकट की। बरात जिस इलाके से गुजरी, थोड़ी देर के लिए लोगों को भू के साक्षात दर्शन होने का एहसास करा गई। ढोल- बाजे व हर हर महादेव के जयघोष के साथ शहर भ्रमण को निकले बारात पर शहरवासियों ने पुष्प वर्षा कर आस्था प्रकट किया।
देवी-देवताओं के रूप में सजी झांकी आकर्षण का केंद्र बना रहा देर रात बाबा वाल्मीकेश्वर नाथ धाम मंदिर में बाबा भोले शंकर व माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ। शिव विवाह देखने के लिए भारत- नेपाल ग्रामीण क्षेत्र से आए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।वही प्रखंड के अमाना गांव स्थित अमनेश्वर नाथ महादेव मंदिर से भी शिव बारात निकाली वर्ष 2016 से ही महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव बारात की शोभा यात्रा निकलती रही है।सफल संचालन में पूर्व मुखिया सह शिव सेवा समिति के संगरक्षक शोभित राउत,अध्यक्ष प्रवीण कुमार झा,उपाध्यक्ष रामलखन पंडित,सचिव राघवेन्द्र ओझा,उपसचिव जितेन्द्र प्रसाद,कोषाध्यक्ष हरि राउत के अलावे सक्रिय सदस्य रामटहल राउत,खट्टे राउत,रौशन दुबे,बैजू पासवान,महेश्वर झा,राजीव कुमार,पूर्व पंचायत समिति सदस्य रामईश्वर गुप्ता,शिवचन्द्र ठाकुर,रंजीत पासवान,शनिचर राउत,मनोज पासवान,लक्ष्मी पासवान,रामबाबू गिरी,शम्भू गिरी,संजय साह सहित दर्जनों शिव सेवा समिति के सदस्यों का सफल कराने में योगदान व समर्पित थे।
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