सीतामढी :- ट्रेन मैनेजर बैजू जैसवारा ने अपनी धैर्य और साहस का परिचय देते हुए बचायी एक यात्रि की जान, यात्रियों में खुशी
सागर कुमार, चम्पारण टुडे (सीतामढ़ी ब्यूरो) सीतामढी(सोनपुर) :- गुरुवार की रात्रि उस समय ट्रेन डब्बों के साथ महेशखूट रेलवे प्लेटफार्म पर अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया जब गाड़ी संख्या 15483 अप (सिक्किम -महानंदा एक्सप्रेस) में ट्रेन के मैनेजर बैजू जैसवारा, द्वारा महेशखुट स्टेशन से रात्रि 23:19 बजे गाड़ी के प्रस्थान होने पर देखा गया कि एक यात्री जो लाल रंग का टी शर्ट पहने था, तथा जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष थी, वह सामान्य डब्बे मे चढने के दौरान प्लेटफार्म के निचे तथा गाड़ी के कोच के बीच के स्थान पर गिर गया है। कार्यरत ट्रेन मैनेजर...
सागर कुमार, चम्पारण टुडे (सीतामढ़ी ब्यूरो)
सीतामढी(सोनपुर) :- गुरुवार की रात्रि उस समय ट्रेन डब्बों के साथ महेशखूट रेलवे प्लेटफार्म पर अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया जब गाड़ी संख्या 15483 अप (सिक्किम -महानंदा एक्सप्रेस) में ट्रेन के मैनेजर बैजू जैसवारा, द्वारा महेशखुट स्टेशन से रात्रि 23:19 बजे गाड़ी के प्रस्थान होने पर देखा गया कि एक यात्री जो लाल रंग का टी शर्ट पहने था, तथा जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष थी, वह सामान्य डब्बे मे चढने के दौरान प्लेटफार्म के निचे तथा गाड़ी के कोच के बीच के स्थान पर गिर गया है। कार्यरत ट्रेन मैनेजर बैजू जैसवारा द्वारा बिना कोई विलम्ब करते एवं त्वरित कार्यवाही करते हुए अपने ब्रेक वैन से एयर प्रेशर ड्राप कर गाड़ी को रोका तथा दौड़ते हुए वाकी-टाकी के माध्यम से लोको पायलट एवं कार्यरत स्टेशन मास्टर को सूचित करते हुए घटना स्थान पर जाकर देखा तो पाया कि एक यात्री जो अपना नाम मो० अकबर बता रहा था, बुरी तरह से घायल हो गया है। जिसे ट्रेन मैनेजर के द्वारा अन्य यात्रियों की सहायता से ब्रेक वैन में लाकर अपने पास उपलब्ध प्राथमिक चिकित्सा पेटी से प्राथिमिक चिकित्सा करते हुए अविलम्ब मुख्य नियंत्रक (कोचिंग) सोनपुर को अपने सीयूजी मोबाइल फोन से बताया तथा अतिरिक्त विलम्बन को बचाते हुए मात्र 04 मिनट के अंदर महेशखुट से गाड़ी को प्रस्थान कराते हुए घायल यात्री को समुचित चिकित्सा हेतु मानसी स्टेशन को इस बात की सूचना देते हुए रेलवे चिकित्सक बुलवाने का अनुरोध किया। घायल यात्री मो० अकबर इतना डरा एवं भयभीत था एवं सही से अपना पता तथा घर के सदस्यों का नाम एवं मोबाइल नंबर नहीं बता पा रहा था।जिसे ट्रेन मैनेजर के द्वारा अपने पास उपलब्ध बिस्कुट खिलाकर एवं पानी पिलाकर ढाढस बंधाया। तथा रेल प्रसाशन की तरफ से मिलने वाले हर संभव चिकित्सीय सुविधा का आश्वासन दिया गया। गाड़ी के मानसी स्टेशन पर पहुंचने पर वहाँ उपस्थित चिकिक्सा कर्मीदल एवं स्टेशन कर्मचारी को सुपुर्द कर अपने सजग, सफल एवं कर्तव्य निष्ठ कर्मचारी होने का प्रमाण दिया ।
श्री जैसवारा द्वारा महेशखुट स्टेशन पर मात्र 04 मिनट का अतिरिक्त समय लेते हुए एक बुरी तरह से घायल एवं लहुलुहान यात्री की सहायता कर अपनी सजग एवं एक कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारी के रूप में कार्यशैली का परिचय दिया। ट्रेन मैनेजर की सजगता की कायल हुए यात्री।