विदेशों में हो रहे युद्ध से चिंतित बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने कलाकृति बनाकर दिया विश्व शांति का संदेश
इंटरनेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल में के अंतिम दिन विदेशों में हो रहे युद्ध से चिंतित बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने अपनी कलाकृति के जरिये विश्व शांति के लिए रेत पर "गांधी एंड वर्ल्ड पीस" लिख कर दिया सत्यमेव जयते का संदेश..............
"गांधी एंड वर्ल्ड पीस" लिख कर बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने दुनियां को दिया सत्यमेव जयते का संदेश
इंटरनेशनल सैंड आर्ट फेस्टिवल में के अंतिम दिन विदेशों में हो रहे युद्ध से चिंतित बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने अपनी कलाकृति के जरिये विश्व शांति के लिए रेत पर "गांधी एंड वर्ल्ड पीस" लिख कर दिया सत्यमेव जयते का संदेश
घोड़ासहन/कोणार्क: अंतर्राष्ट्रीय रेत कला उत्सव के अंतिम दिन भी विदेशों में हो रहे युद्ध और अशांति से चिंतित बिहार के एक कलाकार सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने उड़ीसा के कोणार्क फेस्टिवल में चंद्रभागा समुंद्र तट पर बालू की रेत पर "गांधी एंड वर्ल्ड पीस" लिख कर दुनियां को सत्यमेव जयते का संदेश दिया हैं। यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं। लोग अपने कैमरे और मोबाइल फोन में सेल्फी भी ले रहे हैं। सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार में अपने कलाकृति के माध्यम से विश्व के सभी देशों के लिए शांति का कामना करते कहा विश्व शान्ति सभी देशों और लोगों के बीच और उनके भीतर स्वतन्त्रता, शान्ति और खुशी का एक आदर्श है। विश्व शान्ति पूरी पृथ्वी में अहिंसा स्थापित करने का एक माध्यम है, जिसके तहत देश या तो स्वेच्छा से या शासन की एक प्रणाली के जरिये इच्छा से सहयोग करते हैं, ताकि युद्ध को रोका जा सके। कभी-कभी इस शब्द का प्रयोग विश्व शान्ति के लिए सभी व्यक्तियों के बीच सभी तरह की दुश्मनी के खात्मे के सन्दर्भ में किया जा सके क्योंकि दूसरों से ईर्ष्या करने वाले लोग अपने पैसे का घमंड दिखाते है तो वो एक तरह से दूसरों को युद्ध करने का लिये प्रोत्साहित कर रहे हैं इसलिए हमें कभी भी किसी को हमारे विरूद्ध नहीं रखना चाहिए। बता दे कि युवा कलाकार मधुरेन्द्र रोड पर फेंके हुए कचरे से उत्पन्न दुष्प्रभाव व गुटखों के रैपर से अपनी कलाकृतियां बनाकर लोगों को नशीले चीजों के सेवन से बचने का संदेश देतें हैं, इतना ही नहीं ये बालू पर महापुरुषों की जयंती से लेकर श्रंद्धाजलि तक, देश-दुनिया की धरोहर और विरासतों की आकर्षक आकृति, देवी-देवताओं की प्रतिमा, मानव स्वाथ्य, नशा का दुष्प्रभाव, मधनिषेध, धूम्रपान निषेध, बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ, नारी उत्पीड़न, मजबूर-बेबस, हिंसा, शोषण, बाल मजदूर, भ्रूण हत्या, जल संरक्षण, जल, वायु और मृदा प्रदूषण, पशु-पंछी संरक्षण, जनसंख्या नियंत्रण, प्रकृति आपदा व आतंकवाद आदि जैसे कुरीतियों तथा कई जवलंत विषयों पर अपनी कला का प्रदर्शन कर समाज को नया संदेश देते हैं। गौरतलब हो कि देश पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने भी 2012 में मधुरेन्द्र द्वारा बनायीं गयी विकसित देश भारत में विज्ञान के विकास का महत्व पर आधारित कलाकृति को देख प्रशंशा की थी। वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओड़िसा गवर्नर प्रो गणेशी लाल व ओडिशा के रेत कलाकार पद्मश्री सुदर्शन पटनायक सहित बड़े-बड़े राजनेताओं व वरीय प्रसाशनिक अधिकारियों तथा देश-विदेश के सैलानियों को भी अपनी कला का लोहा मनवा चुके हैं।
कुमारी एंजल सर्राफ, गोल बाजार, नेपाल,(जन्मदिन 11 दिसंबर) को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं