जिन्दगी है नुक्कड़ की नाटक, आज यहाँ, कल वहाँ को हैं जाना
जिंदगी का क्या भरोसा न जाने किस गली में शाम हो जाए
घोड़ासहन पूर्वीचंपारण: बुधवार को इरफान खान ने हारी जिंदगी की जंग 51 साल में निधन उनका निधन मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में हो गया है, वे कई दिनों से भर्ती थे. उनकी हालत काफी गंभीर बनी हुई थी. सूत्रों के मुताबिक, सबके दिलों पर राज करने वाले शानदार अभिनेता इरफान खान पेट की समस्या से जूझ रहे थे। उन्हें कोलोन इंफेक्शन हुआ था, बॉलीवुड के टैलेंटेड अभिनेताओ में शामिल इरफान खान के यूं अचानक चले जाने से उनके फैंस और पूरा बॉलीवुड सदमे में हैं।
तकरीबन दो साल पहले मार्च 2018 में इरफान खान को न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी का पता चला था। विदेश में इस बीमारी का इलाज कराकर इरफान खान ठीक हो गए थे,लेकिन अचानक उनकी तबियत बिगड़ी, कई दिनों तक ICU में भर्ती रहे। डॉक्टरों की टीम, जिंदगी की जंग में उनका बखूबी साथ निभाया लेकिन नियति को कौन टाल सकता है। वें जंग हार गए और अपनी अदाकारी की शानदार यादों को समेटे इस दुनिया से विदा हो गए।
इस दुःखद खबर को सुनते ही देश-विदेश के आलावें पूर्वी चम्पारण के घोड़ासहन में भी शोक की लहर दौड़ गयी। समाजसेवी,जदयू नेता व प्रखर वक्ता रामपुकार सिन्हा कुशवाहा,समाजसेवी रमेश कवि,शिक्षक नेता राहुल सिंह,आइसा के बिहार विश्वविद्यालय के नेता मधुसूदन,जाप के छात्र जिलाध्यक्ष आकाश सिंह,युवा कवि दीपक कुशवाहा, शिक्षक व कलाकार राकेश कुमार कुशवाहा ,प्रदीप कुशवाहा,समाजसेवी मुकेश कुमार,इंजिनीयर दिनेश कुमार,मशहूर सैंड आर्टिस्ट मधुरेन्द्र,बहुमुखी प्रतिभा के धनी शिक्षक व मशहूर पेंटर रामनिवास मौर्यवंशी सहित क्षेत्र के तमाम कलाप्रेमियों ने निधन पर गहरा शोक व्यक्त प्रकट किये है।
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