आपदा केन्द्र में ही नमाज अता कर अल्लाह से कोरोना के खात्मे की दुआ की
रक्सौल।अनिल कुमार। लॉकडाउन के बीच रमजान का महिना शुरू हो गया है। ऐसे में सरकारी आदेश का पालन करते हुए रक्सौल शहर के बड़ी मस्जीद में शनिवार को बाहर से लोग नमाज पढ़ने के लिए नहीं आए। बड़ी मस्जीद में केवल इमाम के द्वारा अकेले नमाज पढ़ी गयी। बीती रात की इस बात की घोषणा कर दी गयी थी कि कोरोना महामारी के कारण सरकार के आदेश पर मस्जीद में नमाज नहीं पढ़ी जाएगी।
इस दौरान सभी लोगों से घर में ही रहकर नमाज पढ़ने की अपील की गयी थी। जिसका असर यह हुआ कि लोग घरो में ही नमाज अता किये। इन सब के बीच रक्सौल के हजारीमल हाई स्कूल में रह रहे मुस्लिम धर्म के लोगों ने रोजा रखा और आपदा केन्द्र में ही नमाज अता कर अल्लाह से कोरोना के खात्मे की दुआ की। आपदा केन्द्र में रह रहे लोगों ने हाई स्कूल के स्टेज पर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए नमाज पढ़ी। कैम्प में रह रही महिला अंगूरी बेगम ने भी नमाज अता की।
कैंप का प्रशासन देख रहे नगर परिषद् के उच्च वर्गीय सहायक मृत्युजंय मृणाल ने बताया कि रोजेदारो की सुविधा को देखते हुए कैंप में उनके लिए सुबह में सेहरी का प्रबंध किया गया था। इसके बाद शाम के समय में रोजा खोलने के लिए आवश्यक सामग्रियों का प्रबंध किया गया है ताकि इन लोगों को रमजान का उपवास रखने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। नगर मिशन प्रबंधक राकेश रंजन ने बताया कि इन लोगों की हर सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है।
व्रत और उपवास के नियम का भी आपदा केन्द्र में पालन कराया जा रहा है। शहर के मुस्लिमधर्मालंबियों ने भी कहा कि लॉकडाउन में हमलोग कानून का पालन करते हुए घर से ही रोजा रख रहे है।
What's Your Reaction?






