तीन दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण का समापन 

तीन दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण का समापन 
पीपराकोठी, पूर्वी चंपारण। स्थानीय महात्मा गांधी समेकित कृषि अनुसंधान संस्थान के सभागार में बकरी पालन व्यवसाय द्वारा जलजमाव क्षेत्र के लोगों की आजीविका में उन्नति को लेकर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में एससीएसपी परियोजना के अंतर्गत क्षेत्र के लगभग 217 अनुसूचित जाति के किसानों ने बकरी पालन व्यवसाय पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान पाठ्यक्रम संयोजक एवं वैज्ञानिक डॉ. पीके भारती ने जलवायु परिवर्तन एवं परिस्थिति के अनुरूप पशुओं के चुनाव, बकरी पालन स्वरोजगार की संभावनाओं पर किसानों को जानकारी दिया। तथा संस्थान के  फार्म का भ्रमण  कराते हुए बकरी आधारित समेकित कृषि की उपयोगिता को व्यवहारिक तौर पर अवगत कराया। प्रशिक्षण के दौरान जलजमाव के प्रबंधन, बकरी के पोषण, आवास,  रोग निदान एवं उपचार, बकरी मांस का मूल्य संवर्धन, नई तकनीक से बकरी का प्रजनन, मौसम पूर्वानुमान ले बकरी के सेहत सुरक्षा, बकरी के मल मूत्र से जैविक खाद बनाने की जानकारी एवं अन्य महत्वपूर्ण  बातें बताई। वही पशुपालन विभाग से डॉ. राजकुमार, केवीके से डॉ. शैलेंद्र कुमार रजक एवं पशुपालन उत्कृष्ट केंद्र से डॉ. नरेंद्र कुमार ने भी बकरी पालन के अन्य पहलुओं की जानकारी दी। कार्यक्रम का समापन सत्र में संस्थान के निदेशक डॉ कृष्ण कुमार मंडल ने प्रतिभागियों से प्रशिक्षण से मिली जानकारी का जायजा लिया। मौके पर संस्थान के प्रशिक्षण प्रभारी एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सुशील कुमार पूर्वे, डॉ. अनुराग रायजादा, वैज्ञानिक डॉ. रवि कुमार, कौशिक बनर्जी, श्रेया निवेश,  विकास पराड़कर, डॉ. समल आदि मौजूद थे।