माँ एवं बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रसव पूर्व जांच जरूरी

माँ और होने वाले बच्चे के बेहतर स्वास्थय के लिए नियमित रूप से गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच आवश्यक है। जाँच द्वारा प्रसव संबंधित जटिलताओं की जानकारी होने पर इसका निदान संभव किया जा सकता है । ये बातें जिले के सीएस डॉ अंजनी कुमार ने कही । उन्होंने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर हर माह के.................

माँ एवं बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रसव पूर्व जांच जरूरी

- स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की हो रही है प्रसव पूर्व जांच
- संतुलित आहार के साथ लें आयरन की गोलियां
- सर्द हवाओं से

मोतिहारी, 03 दिसम्बर

माँ और होने वाले बच्चे के बेहतर स्वास्थय के लिए नियमित रूप से गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच आवश्यक है। जाँच द्वारा प्रसव संबंधित जटिलताओं की जानकारी होने पर इसका निदान संभव किया जा सकता है । ये बातें जिले के सीएस डॉ अंजनी कुमार ने कही । उन्होंने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर हर माह के 09 तारीख को चिकित्सकों द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का आयोजन करते हुए गर्भवती महिलाओं के साथ ही उनके गर्भ में पल रहे बच्चे की स्वास्थ्य की जांच की जाती है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं की खून की जांच, अल्ट्रासाउंड, हीमोग्लोबिन, यूरिन टेस्ट, ब्लडप्रेशर आदि की जांच की जाती है। जांच के बाद जरूरी दवाइयां देने के साथ ही सभी गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जानकारी दी जाती है।

- गर्भावस्था में संतुलित आहार के साथ आयरन का सेवन जरूरी

डीसीएम नन्दन झा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। खून की कमी जैसी समस्या से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में आयरन का सेवन करना चाहिए। भोजन में ताजी हरी सब्जियां, साग जैसे पालक, बथुआ, चना, गुड़ इत्यादि का सेवन करना चाहिए । खून की कमी को दूर करने के लिए महिलाओं को आयरन युक्त भोजन लेना चाहिए। आयरन युक्त भोजन के रूप में गाजर, टमाटर, खजूर, अंजीर, किशमिश, छिलके वाली आलू, ब्रोकली, अखरोट, मूंगफली, चुकंदर, अंकुरित बीज, दलिया आदि खाना चाहिए। इसके अलावा महिलाओं को ताजे फल और दूध का सेवन करना चाहिए।

- प्रोटीन युक्त आहार जरूरी

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ.श्रवण कुमार पासवान ने बताया कि ठंड के मौसम में गर्भवती महिलाओं को प्रोटीनयुक्त आहार का सेवन करना जरूरी है । ठंडी चीजें खाने से दूर रहना चाहिए, ताकि शरीर को उचित पोषण मिल सके। इससे न सिर्फ गर्भवती स्वस्थ रहेंगी, बल्कि गर्भस्थ शिशु भी सुरक्षित रहेगा और सुरक्षित प्रसव को भी बढ़ावा मिलेगा।

- सर्द हवाओं से बचें और सेकें  धूप

सीएस डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को वर्तमान दौर में सर्द हवाओं से बचना चाहिए और प्रतिदिन धूप में कुछ देर रहने की कोशिश करनी चाहिए। इससे शरीर में तापमान बढ़ेगा, जिससे गर्भवती के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु भी स्वस्थ रहेगा। साथ ही सर्दी-खांसी समेत अन्य ठंडजनित मौसमी बीमारी से भी बचाव हो सकेगा।
 बचें और सेकें  धूप