दूसरी सोमवारी को श्रद्धालुओं ने चढ़ाया भोले बाबा को जल ।

दूसरी सोमवारी को श्रद्धालुओं ने चढ़ाया भोले बाबा को जल ।

प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में गूँजता रहा बोल बम के नारा।वही रुदौली पंचायत स्थित दुखहरण धाम मंदिर और परमेश्वर धाम मंदिर में श्रद्धालुओं ने काफी उत्साह के साथ जलाभिषेक किया। दुखहरण धाम मंदिर के पुजारी विकास झा उर्फ नेपा झा ने बताए कि श्रावण मास का महीना शुरू हो चुका है। आज दूसरा सोमवारी है।सावन सोमवार व्रत का विशेष महत्व माना जाता है।क्योंकि सावन और सोमवार दोनों ही भगवान शिव की पूजा के लिए खास होते है।वही रौशन झा ने बताया कि मान्यताओं के अनुसार सावन सोमवार व्रत रखने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।सावन की दूसरीसोमवारी के देवता चंद्र, कृत्तिका नक्षत्र का स्वामी सूर्य व राशि शुक्र है और नवमी तिथि की देवी हैं माता दुर्गा शिवजी के साथ माता पार्वती की पूजा के लिए भी महत्वपूर्ण माना गया है।इस दिन सूर्यपूजा का भी महत्व रहेगा। वही सत्यम झा ने बताया कि सावन का महत्व-पौराणिक कथा के अनुसार, देवासुर संग्राम में समुद्र मंथन से निकले हलाहल विष को कैलाशपति भगवान शिव जी ने पी लिया था। विष के प्रभाव से उनका शरीर बहुत ही अधिक गर्म हो गया था, जिससे शिवजी को काफी परेशानी होने लगी थी. भगवान शिव को इस परेशानी से बाहर निकालने के लिए इंद्रदेव ने जमकर वर्षा की।यह घटनाक्रम सावन के महीने में हुआ था। इस प्रकार से शिव जी ने विषपान करके सृष्टि की रक्षा की थी।तभी से यह मान्यता है कि सावन के महीने में शिव जी अपने भक्तों का कष्ट अति शीघ्र दूर कर देते हैं।इस मौके पर ग्रामीण राहुल कुमार झा, रौशन कुमार झा, संजीत झा,गोविंद माधव, सोनू कुमार झा, विनय झा, लालू झा पवन सहनी, मंटुन महतों समेत अन्य लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहता हैं।